क्या " कोचिंग " के सामने " जन्मजात दक्षता ( BORN TALENT ) " ....... कोई मायने नही रखता है ?
क्या " कोचिंग " के सामने " जन्मजात दक्षता ( BORN TALENT ) " ....... कोई मायने नही रखता है ?
Sachin and Gary Kirsten
अगर आप लोगो को याद हो तो ....... मै वो किस्सा यहाँ रखने जा रहा हू .... जब GARY KIRSTEN को भारतीय क्रिकेट टीम का कोच नियुक्त किया गया था तो किसी पत्रकार मोहदय ने उनसे पुछा था कि ... " आप कैसे सचिन तेंदुलकर को बल्लेबाजी के गुर सिखाएंगे ?" तो उनका जबाब था ..." He is a BORN TALENT and requires no cricket coach for batting skills " कितने अनूठे अंदाज़ में उन्होंने सचिन की तारीफ भी कर दी और अपनी बात को सबको समक्ष कह भी डाला / मेरा भी ऐसा ही कुछ सोचना है ... Born talent requires no coaching of whatsoever type . हो सकता हो कि आप मेरी बात से इतेफाक न रखते हो लेकिन मै फिर भी यही कहूँगा कि ... " हीरा तो हीरा ही होता है ... चाहे वो रेत में ही क्यों न पडा हो " बस उस पर से " छनिक धुल " को उतारने की जरुरत मात्र होती है / एकलव्य ने तो बिना गुरु से विधिवत धनुर्विधा की शिक्षा को प्राप्त किये ही ... अर्जुन जैसे धनुर्धर को टक्कर दे दी थी कि ... मजबूरन गुरु द्रोण को उसके अंगूठे को मांगना पड़ गया था जिससे उनके " कोचिंग " प्राप्त छात्र का सिहाशन हिल न जाये /
क्या कोई भी " कोचिंग " आज तक दूसरा सचिन तेंदुलकर पैदा कर पाई है ? और वैसे भी आप किसी को क्या सिखा सकते है जब तक उस का खुद का " INTEREST " उस चीज में न हो ... मान लीजिए STAR CRICKET चैनेल पर एक मैच का प्रसारण हो रहा हो ... पर आप जब तक टीवी को ऑन नही करेंगे तब तक तो आप वो मैच नही न देख पाएंगे / क्या " कोचिंग " से " जन्मजात दक्षता " को पीछे धकेला जा सकता है ..अगर जबाब नही है तो फिर क्यों हम अपने बच्चो को " कोचिंग सेंटर " भेजना बेहतर समझते है ... आप क्या सोचते है इस विषय में ? कृपया अपने विचार रखे ... धन्यवाद /
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